ए.एस. सिलावट
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान में पदयात्रा को मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार के शांत अंगारों को फिर हवा देकर केन्द्र की मोदी सरकार से जोड़ते हुए शुरु की तथा कहाकि राजस्थान में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। राजस्थान की मुख्यमंत्री और ललित मोदी से जुड़े भ्रष्टाचार को राहुल गांधी ने मुद्दा बनाते हुए राजस्थान भर से आये कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को आमजन की तकलीफों से जुड़कर मदद करने का आव्हान भी किया। प्रदेश भर से आये कार्यकर्ताओं ने हनुमानगढ़ के खोथांवाली गांव में माईक पर सम्बोधित कर राहुल जी तक अपने क्षेत्र की समस्याएं एवं भाजपा की सरकार द्वारा बंद की गई कांग्रेसी सरकार की योजनाओं की जानकारी भी दी।
उदयपुर के आदिवासी क्षेत्र के कांग्रेसियों द्वारा राहुल गांधी को बताया गया कि कांग्रेस सरकार द्वारा आदिवासियों के विकास के लिए जो योजनाएं शुरु की गई थी, उन्हें भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही बंद कर दिया गया है। इस पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेसियों को आव्हान करते हुए कहा कि हम आदिवासियों के विकास के लिए उनके साथ हैं और आपकी आवाज़ सरकार तक पहुँचाकर विकास को रोकने नहीं देंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आम आदमी की आवाज़ को दबाने में लगी है और कांग्रेस किसानों, गरीबों, आदिवासियों की पार्टी है तथा हम समाज के दलित, मज़दूर और पिछड़ों की आवाज़ को दबने नहीं देंगे। कांग्रेस इन सभी वर्गों के हितों के लिए मौज़ूदा भाजपा और एनडीए सरकार से संघर्ष करती रहेगी।
भूमि विधेयक बिल पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों की एक इंच ज़मीन भी पूंजीपतियों की इस सरकार को नहीं लेने देगी। राजस्थान नहर के उपजाऊ क्षेत्र हनुमानगढ़ के किसानों को सम्बोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी ने किसानों को विकास का झूठा सपना दिखाकर आज उनकी उपजाऊ भूमि को जबरन पूंजीपतियों को देने का विधेयक पास करवाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस किसानों की रक्षा के लिए खड़ी है और हम किसान के भविष्य के साथ धोखा नहीं होने देंगे।
राहुल जी बोले मोदी स्टाइल में...
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान के हनुमानगढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भाषण शैली की 'कॉपी' करते हुए सभा में उपस्थित किसानों से पूछा कि 'भाईयों मोदी जी ने क्या कहा था?... याद हैं ना!... मोदी जी ने कहा था, ना खाऊंगा-ना ही खाने दूंगा, लेकिन यह तो नहीं कहा था कि भ्रष्टाचार पर शांत रहूंगा, कुछ भी नहीं बोलूंगा।'
राहुल गांधी की 49 दिन की गुप्त यात्रा के बाद भाषण शैली, बांहेें चढ़ाना बंद कर सभा की भीड़ को अपने शब्दों में बांधे रखने की कला का एक नमूना राजस्थान में आज की पदयात्रा के पहले मोदी स्टाइल की कॉपी के रुप में दिखाई दिया।
...कांग्रेसियों की गुटबाजी, सदाबहार!
राहुल गांधी के दौर को भाजपा नेताओं ने राजस्थान में कांग्रेस की आपसी गुटबाजी के सामने नगण्य, प्रभावहीन कहकर सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि राहुल गांधी पहले अपने घर की धड़ेबंदी को सम्भालें।
हनुमानगढ़ में राहुल गांधी को अपने क्षेत्र की समस्याएं सुनाते समय पश्चिमी राजस्थान के कांग्रेसियों ने माईक पर 'अशोक गहलोत.....' का नारा लगाया, लेकिन भीड़ के एक कौने से ही 'जिन्दाबाद' का स्वर सुनाई दिया। ऐसी ही हालत मेवाड़, शेखावाटी, धुंधाड़ और बीकानेर से आये कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की थी।
राजस्थान में कांग्रेसी सरकार जाने के बाद गहलोत और सी.पी. जोशी गुट से आगे बढ़कर आधा दर्जन गुट कांगे्रस में सक्रिय हो गये हैं। गिरीजा व्यास, बी.डी. कल्ला, चन्द्रभान एवं प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट तो पहले से संगठन को सक्रिय करने से अधिक समय एक दूसरे की 'कार-सेवा' में दे रहे हैं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं)
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